मेरी आँखों से बहते अश्क भी अब सूखने लगे हैं, क्या बताये तुम्हे की किस कदर हम टूटने लगे हैं, जिंदगी में जो वजह थी मेरे मुस्कुराने की, आज...
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मेरी आँखों से बहते अश्क भी अब सूखने लगे हैं, क्या बताये तुम्हे की किस कदर हम टूटने लगे हैं, जिंदगी में जो वजह थी मेरे मुस्कुराने की, आज वही वजह बनी हैं मेरे टूटकर बिखर जाने की
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