Diary Of Shayari - शायरी कि डायरी

Friday 3 March 2017

Mera mehboob hi wajah bana mera toot kar bikhar jane ka-Broken Heart Shayari

  • मेरी आँखों से बहते अश्क भी अब सूखने लगे हैं, क्या बताये तुम्हे की किस कदर हम टूटने लगे हैं, जिंदगी में जो वजह थी मेरे मुस्कुराने की, आज... thumbnail 1 summary

    मेरी आँखों से बहते अश्क भी अब सूखने लगे हैं,
    क्या बताये तुम्हे की किस कदर हम टूटने लगे हैं,
    जिंदगी में जो वजह थी मेरे मुस्कुराने की,
    आज वही वजह बनी हैं मेरे टूटकर बिखर जाने की

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