Diary Of Shayari - शायरी कि डायरी

Friday, 12 April 2013

Broken heart

  • उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता हैं, जिसे चाहो वही अपने से दूर होता हैं, दिल टूटकर बिखरता हैं इस कदर जैसे, कोई काँच का खिलौना चूर-चूर होता... thumbnail 1 summary

    उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता हैं,
    जिसे चाहो वही अपने से दूर होता हैं,
    दिल टूटकर बिखरता हैं इस कदर जैसे,
    कोई काँच का खिलौना चूर-चूर होता हैं.
    www.facebook.com/Mysayri

    No comments

    Post a Comment

    Get Daily Updates

    Sign-up for FREE Regular Newsletter.

    Get It