उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता हैं,
जिसे चाहो वही अपने से दूर होता हैं,
दिल टूटकर बिखरता हैं इस कदर जैसे,
कोई काँच का खिलौना चूर-चूर होता हैं.
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Friday, 12 April 2013
Broken heart
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