Diary Of Shayari - शायरी कि डायरी

Tuesday, 21 May 2013

जब टूटने लगे होसले तो बस ये याद रखना..

  • जब  टूटने  लगे  होसले  तो  बस  ये  याद  रखना, बिना  मेहनत  के  हासिल  तख्तो  ताज  नहीं  होते, ढूंड  लेना  अंधेरों  में  मंजिल  अपनी, जुगनू  ... thumbnail 1 summary

    जब  टूटने  लगे  होसले  तो  बस  ये  याद  रखना, बिना  मेहनत  के  हासिल  तख्तो  ताज  नहीं  होते, ढूंड  लेना  अंधेरों  में  मंजिल  अपनी, जुगनू  कभी  रौशनी  के  मोहताज़  नहीं  होते.

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