Diary Of Shayari - शायरी कि डायरी

Thursday, 23 May 2013

इस कदर हर तरफ तन्हाई है

  • इस कदर हर तरफ तन्हाई है, उजालो मे अंधेरों की परछाई है, क्या हुआ जो गिर गये पलकों से आँसू, शायद याद उनकी चुपके से चली आई ह thumbnail 1 summary

    इस कदर हर तरफ तन्हाई है,
    उजालो मे अंधेरों की परछाई है,
    क्या हुआ जो गिर गये पलकों से आँसू,
    शायद याद उनकी चुपके से चली आई ह

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