Diary Of Shayari - शायरी कि डायरी

Saturday, 15 June 2013

जिनगी हुनके अजमाबैत अछि

  • जिनगी हुनके अजमाबैत अछि, जे सभ राह पर चलब जानैत छैथ, किछ पेला पर हर कियो खुश होइत छैथ, असल जिनगी हुनकर कहू…. जे सभ किछ हरेलो पर मुस्कुरा... thumbnail 1 summary

    जिनगी हुनके अजमाबैत अछि,
    जे सभ राह पर चलब जानैत छैथ,
    किछ पेला पर हर कियो खुश होइत छैथ,
    असल जिनगी हुनकर कहू….
    जे सभ किछ हरेलो पर मुस्कुराबैत छैथ!

    No comments

    Post a Comment

    Get Daily Updates

    Sign-up for FREE Regular Newsletter.

    Get It