एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है,
इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है,
उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद,
फिर भी हर मोड़ पर उसी का इन्तज़ार
क्यों है...!
Intezar Shayari...
Friday, 1 November 2013
हर मोड़ पर उसी का इन्तज़ार क्यों है
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