Diary Of Shayari - शायरी कि डायरी

Sunday 26 October 2014

Teri yaad mei rato ki Rota hu...

  • ख्वाब आँखों में अपनी मैं यँहा संजो के रोता हूँ मैं खुद को पा के रोता हूँ मैं तुझको खो के रोता हूँ.. जो तेरी याद आती है मुझे रातों में अक्स... thumbnail 1 summary

    ख्वाब आँखों में अपनी मैं यँहा संजो के रोता हूँ
    मैं खुद को पा के रोता हूँ मैं तुझको खो के रोता हूँ..

    जो तेरी याद आती है मुझे रातों में अक्सर तो
    कभी मैं हंस के रोता हूँ कभी मैं रो के रोता हूँ...

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