Diary Of Shayari - शायरी कि डायरी

Tuesday 17 May 2016

Unki judai maar gayi

  • Wapas Laut Aao Shayari कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी; कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी; बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने; आखिर में उनकी ही बे... thumbnail 1 summary

    कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी;
    कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी;
    बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने;
    आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।

    No comments

    Post a Comment

    Get Daily Updates

    Sign-up for FREE Regular Newsletter.

    Get It