Diary Of Shayari - शायरी कि डायरी

Saturday, 15 June 2013

इस जहाँ में मोहब्बत काश न होती

  • इस जहाँ में मोहब्बत काश न होती तो सफर-ऐ-जिंदगी में मिठास न होती, अगर मिलती बेवफा को सजाए मौत तो दीवानों की कब्र यूँ उदाश न होती . thumbnail 1 summary

    इस जहाँ में मोहब्बत काश न होती
    तो सफर-ऐ-जिंदगी में मिठास न होती,
    अगर मिलती बेवफा को सजाए मौत
    तो दीवानों की कब्र यूँ उदाश न होती .

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