Diary Of Shayari - शायरी कि डायरी

Saturday, 15 June 2013

Filmi Jokes

  • (1) चंपक- मैं तो अपने सारे दोस्तों को भूल गया था। पर एक फिल्म देखी तो सब याद आ गए। रमन- कौन- सी फिल्म? चंपक- फिल्म कमीने। (2) रमन- यार! म... thumbnail 1 summary

    (1) चंपक- मैं तो अपने सारे दोस्तों को भूल गया था।
    पर एक फिल्म देखी तो सब याद आ गए। रमन- कौन-
    सी फिल्म? चंपक- फिल्म कमीने।
    (2) रमन- यार! मुझे सुबह-सुबह साँस लेने में मुश्किल
    होती है.. चमन- मुश्किल तो होगी ही, क्योंकि सुबह-
    सुबह बाबा राम देव के भगत सारी ऑक्सीजन जो खींच
    लेते है।
    (3) नीता- तुम अपनी माँग में ग्रीन कलर का सिंदूर
    क्यों लगाती हो? जबकि विवाहित
    स्त्रियाँ तो अपनी माँग रेड सिंदूर से सजाती है?
    सुमन- क्या है... कि मेरे पति रेलवे विभाग में इंजिन
    ड्राइवर हैं। जब मैं रेड कलर का सिंदूर अपनी माँग में
    लगाती हूँ तो वे रूक जाते हैं। और जब ग्रीन कलर
    का सिंदूर लगाती हूँ तो वे मुझे देखकर आगे बढ़ जाते हैं।
    (4) पत्नी (गुस्से में दहाड़ कर अपने पति से बोली)-
    आपका बेटा कभी भी मुझे मॉम कहकर नहीं पुकारता।
    पति (हकला कर बोला)- आज उसको घर आने दो। फिर
    मैं उसको ऐसी सजा दूँगा कि उसका बाप भी तुम्हें
    देखकर मॉम पुकारने लगेगा।
    (5) बस में सफर के दौरान एक व्यक्ति बोल पड़ा- अब
    तो समाजवाद ही आएगा।
    दूसरा तपाक से बोला- नहीं अब तो मार्क्सवाद
    ही आएगा।
    बर्थ वाली सीट पर सोया व्यक्ति बोला- कृपा करके
    अब इलाहाबाद आएगा तभी बताना।

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